छतरपुर जिले से करीब 32 किलोमीटर दूर पन्ना रोड हाईवे पर डांग है और वहां से से 4 कि0मी0 दूर गड़ा गांव में प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है। यह हनुमान मंदिर चमत्कारी स्थान के रूप में काफी प्रचलित हो गया है। राम भक्तों का कहना है कि यहां दर्शन और परिक्रमा करने मात्र से लोगों के बिगड़े काम पूरे जाते हैं। पिछले 9 वर्षों से यहाँ हजारों श्रद्धालु आते हैं और अपने बिगड़े काम काम ऊपरी हवा, बिघ्न बाधा और भूत-प्रेत के चक्कर आदि से निजात पाते हैं। 300 साल पुराने इस मंदिर का निर्माण ईसवी सन 1887 में बाबा श्री सेतु लाल गर्ग ने कराया था। श्री बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन करने के बाद लहसुन, प्याज, मीट, मांस, शराब का सेवन पूरी तरह बंद करना होता है, ऐसी यहाँ की मान्यता है। भारत के कोने- कोने से हजारों की संख्या में भक्त पहुंचकर पूजा, अर्चना और परिक्रमा करते हैं।
9 वर्ष की उम्र से श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज यहाँ हनुमान जी की भक्ति करते हैं और वह बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) की सेवा में लगे हुए हैं। उनकी निष्ठा को देखकर भगवान की ऐसी कृपा हुई कि वह बाल्यावस्था से ही लोगों के दुःख-दर्द को को दूर करने लगे थे। उनपर हनुमान जी महाराज की ऐसी कृपा हुई कि इस धाम के दर्शन के लिए देश के कोने- कोने से लोग आते हैं। लगभग 9 वर्ष से श्री बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) सिद्धपीठ में मंगलवार को पेशी लगाकर हनुमान जी की कृपा लोगों के दुख दूर कर रहे हैं। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है जो बच्चा जी का आदेश होता है हम उसी तरह से लोगों के दुख दूर करने में सहयोग करते हैं।
यहाँ की ऐसी मान्यता है की यहाँ पर 40000 शक्तियां भक्तों की निगरानी करती हैं। ऐसी आस्था है कि इस धाम में मंदिर के आसपास हनुमान जी की 46000 सेना चारों और घूमती रहती हैं और दुःखी लोगों के मन की बात गुरुजी धीरेंद्र कृष्ण जी के कानों तक पहुंचा देती हैं। और धीरेंद्र जी उनकी समस्या को भक्तों के बताने से पहले ही एक पेपर पर लिख देते हैं। फिर उसका निवारण करने के लिए पेशी वाले हाल में बुलाते हैं। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी का कहना है यदि भक्त ने पूरी श्रद्धा के साथ हनुमानजी की उपासना की है तो 100% उसकी समस्या का निवारण हो जाता है। पेशी के लिए अलग से टोकन की निशुल्क व्यवस्था की गई है।इस धाम में किसी प्रकार का कोई फीस नहीं ली जाती है। यहाँ गरीब अमीर सभी का नंबर बाई नंबर पेशी होती है और उनकी समस्या के निराकरण होता है। श्री धीरेंद्र कृष्ण जी कहते हैं कि बागेश्वर धाम सरकार (Bageshwar Dham Sarkar) में जितना भी दान-दक्षिणा आता है उसी से रोजाना मां अन्नपूर्णा महाप्रसाद का भंडारा होता है और यहां आने वाले हर भक्त के लिए भंडारा करवाया जाता है। इसी दान से गरीब कन्याओं का विवाह भी कराया जाता है। देवेंद्र कृष्ण जी का कहना है कि जिन बुजुर्गों को रहने और खाने का कोई आसरा न हो वह बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के आश्रम में आकर यहाँ रह सकते हैं। बुजुर्ग लोगों के लिए अलग से रहने की व्यवस्था भी की गयी है। जब तक हमारा जीवन है तब तक गरीब कन्याओं और बृद्ध-बुजुर्ग लोगों की सेवा करते रहेंगे यह हमें हनुमान जी से प्रेरणा मिली है।
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