एक रिसर्च से पता चला है कि Plant-Based Diet से डायबिटीज Type 1 and Type 2 में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है । 'जर्नल ऑफ डायबिटीज कमेटी फॉर रिस्पॉन्सिबल मेडिसिन' के शोधकर्ताओं द्वारा 'जर्नल
ऑफ डायबिटीज एंड मेटाबॉलिज्म (Journal of Diabetes & Metabolism)' के दो नए केस स्टडीज के अनुसार, Carbohydrate से भरपूर प्लांट-बेस्ड डायट लेने से Type 1 diabetes वाले व्यक्तियों के Insulin Sensitivity में सुधार होता है।
Diabetes Type 1 वाले दो व्यक्तियों के केस स्टडी में ईलाज के दौरान पाया गया कि जिन्हें फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और फलियों सहित - पूरे कार्बोहाइड्रेट से भरपूर प्लांट-बेस्ड आधारित आहार को दिया गया । रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल टीमों ने आहार परिवर्तन से पहले और बाद में उनके रक्त शर्करा नियंत्रण, हृदय रोग जोखिम कारकों और अन्य स्वास्थ्य मापों पर नज़र रखी।
एक महिला मरीज का केस स्टडी किया गया, जिसे 2018 में टाइप 1 डायबिटीज का पता चला था। उस समय उसका HbA1c 8.7 प्रतिशत था। उसने शुरू में पूरे कार्बोहाइड्रेट से भरपूर प्लांट-बेस्ड आधारित आहार को
अपनाया और जो उच्च वसा वाला आहार जिसमें डेयरी उत्पादों, अंडों और मांस को अपने भोजन से पूरी तरह बंद कर दिया था। उसका Blood Sugar कम हो गया। रोगी की इंसुलिन की खुराक कम हो गया। उसका HbA1c 5.4% पर आ गया और उसके कोलेस्ट्रॉल का स्तर 258 से घटकर 158 मिलीग्राम / डीएल तक कम हो गया।
यह अध्ययन इस बात की चुनौती देता है कि मधुमेह होने पर कार्ब्स दुश्मन हैं। इस आहार से रोगी ने एक विपरीत अनुभव किया। उसे अपने आहार में अधिक स्वास्थ्यवर्धक कार्बोहाइड्रेट शामिल करने से उसका ग्लाइसेमिक नियंत्रण स्थिर हो गया, उसकी इंसुलिन की जरूरत कम हो गई, और उसके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिला। इस अध्ययन को लेकर MD, PhD, Dr.Hana Kahleova का कहना है की इस डाइट से Insulin की खुराक कम हो जाता है और मरीज का हेल्थ बहुत बढ़िया हो जाता है।
एक दुसरा व्यक्ति - 42 वर्षीय जिसे 25 वर्ष की आयु में Type 1 Diabetes का पता चला था। उसने अपने आहार से पशु उत्पादों को समाप्त कर दिया और पूरे भोजन, पौधे-आधारित आहार पर स्विच कर दिया। उन्होंने कार्बोहाइड्रेट की खपत 150 ग्राम से बढ़ाकर प्रति दिन 400-450 ग्राम कर दी।
कार्बोहाइड्रेट युक्त पौध-आधारित आहार को अपनाने के बाद, उन्होंने अपना वजन कम किया, Insulin की आवश्यकता कम की, और अपने A1c को कम किया - 3 महीने की अवधि में रक्त शर्करा के स्तर की माप - 6.2 प्रतिशत से 5.5-5.8 के बीच की सीमा तक आ गया।
Dr Kahleova ने उपरोक्त केस स्टडीज़ के परिणामों का समर्थन किया, जिसमें पाया गया कि एक उच्च कार्बोहाइड्रेट, उच्च फाइबर (high Fibre) आहार से टाइप 1 मधुमेह वाले 10 लोगों में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में
सुधार हुआ। हमारा अगला कदम टाइप 1 मधुमेह के प्रबंधन में पौधे-आधारित आहार की प्रभावशीलता के आधार पर अपने आहार को प्लांट-बेस्ड बनाने की आवश्यकता है।
अध्ययनों में पाया गया है कि कम वसा वाले, पौधे आधारित आहार टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) वाले लोगों के लिए ज्यादे फायदेमंद हो सकते हैं। शोध से यह भी पता चला है कि पौधे आधारित आहार खाने वालों को मांसाहारी की तुलना में टाइप 2 मधुमेह के बढ़ने का लगभग आधा जोखिम है।
Dr Kahleova ने कहा, "शोध के निर्णयों ने साबित किया है कि टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) वाले लोगों के लिए पौध-आधारित आहार फायदेमंद हो सकता है। इस केस स्टडी से यह उम्मीद कर रहे हैं कि टाइप 1 डायबिटीज वाले लोगों के लिए भी यह डाइट अच्छा हो सकता है।
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