Oct 15, 2020

Ek Marmik Ghatna

  Digital Dunia       Oct 15, 2020

एक मार्मिक घटना (सभी एक बार जरूर पढ़ें)



फोन की घंटी बजी - ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग
मोनू ने उठाया - 
मोनू : हेलो ? 
दादी : हेलो ! कौन बोल रहा है ?
मोनू : दादी ! मैं मोनू बोल रहा हूँ। 
दादी : बेटा ! पापा को फोन देना। 
मोनू : पापा दादी का फोन आया है। 
मोनू का पापा अंकित : बोल दो पापा अभी ऑफिस जा रहे हैं। शाम को बात करेंगे। 
मोनू : दादी ! पापा अभी ऑफिस जा रहे हैं। शाम को आपसे बात करेंगे। 
दादी : ठीक है बेटा। 
शाम ७ बजे -
फोन की घंटी बजी - ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग
मोनू  : हेलो ?
दादी : हेलो ! क्या हाल है बेटा। तेरे पापा कहाँ हैं ?
मोनू  : वो अभी खाना खा रहे हैं। 
दादी : उनसे बोलो तेरे दादाजी दो दिन से खा रहे हैं। 
मोनू : पापा दादी का फोन है। 
मोनू के पापा : हाँ ! ममी बोल क्या हुआ ?
माँ  : तेरे पापा दो दिन से खा रहे हैं।
अंकित  : ठीक है माँ ! मैं व्हाट्सप कर देता हूँ उनको। वो खाना खा लेंगे न ! आप टेंसन क्यों लेते हो। 
अगले दिन -
फोन की घंटी बजी - ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग
माँ  : हेलो ! बेटा अंकित 
अंकित : हाँ ! माँ बोल। 
माँ  : बेटा ! तेरे पापा ने अभी भी खाना नहीं खाया ?
अंकित : माँ ! ठीक है मैं दुबारा व्हाट्सअप कर देता हूँ उनको। 
माँ :  बेटा ! उनकी तबियत ख़राब है और तू व्हाट्सप किये जा रहा है। 
अंकित : माँ ! मैं जरूर आता अगर मेरे पास टाइम होता। 
माँ :  ठीक है बेटा ! तू तो व्हाट्सप से काम चला रहा है। लेकिन याद रखना जब तेरा बेटा sms करेगा। 
दोस्तों ! आज हमारे पास हमारे अपनों के लिए टाइम नहीं है लेकिन याद रखना जब आप का बेटा sms करेगा कि पापा मेरे पास टाइम नहीं है। 

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