Jan 23, 2024

चीनी की जगह गुड़ क्यों खाना चाहिए : राजीव दीक्षित

  Digital Dunia       Jan 23, 2024

गुड़ क्यों खाना चाहिए? Gud Kyon khana chahiye ? गुड़ खाने के कितने लाभ हैं? Gud khane Ke Kitne Labh Hain ? गुड़ किन रोगो में कम आता है? Gud Kin Rogon Me kam Aata Hai ? गुड़ किससे बनाया जाता है? Gud kisse  banaya jata hai ?


राजीव दीक्षित जी कहते हैं कि चीनी अंग्रेजों की देन है। वह भारतीयों को अधिक से अधिक बीमार करने के लिए इसका आविष्कार किये थे। हमारे देश में हमारे पूर्वज गुड़ का उत्पादन करते थे और उसका उपयोग अपने भोजन में हमेशा करते थे। भारत के लोग गुड, दही, घी और दूध खूब खाते थे और लंबी उम्र तक हट्टे-कट्टे और मजबूत बने रहते थे। आज लोग चीनी खाकर बीमार होते जा रहे हैं डायबिटीज से पीड़ित होते जा रहे हैं। इन सब का कारण फास्ट फूड और चीनी है। 

गन्ने के रस से चीनी बनाने में कैल्शियम, लौह तत्व, गंधक, पोटेशियम, फॉस्फोरस आदि महत्वपूर्ण तत्व नष्ट हो जाते हैं जबकि गुण में यह तत्व मौजूद रहते हैं। गुड़ में प्रोटीन 8%, वसा 0.9%, कैलशियम 0.08%, फास्फोरस 0.04%, कार्बोहाइड्रेट 65% होता है और विटामिन “ए” 280 यूनिट प्रति 900 ग्राम में होता है। 

पांडु रोग और अधिक रक्तस्राव के कारण रक्त में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है तब लौह तत्व की पूर्ति के लिए पालक का प्रयोग किया जाता है। पालक में 1.3%, केले में 0.4% MG लौह तत्व पाया जाता है परन्तु गुड़ में 11.4% MG लौह तत्व होता है। 

महिलाओं में आमतौर पर लौह तत्व की कमी हो जाती है। यह मासिक धर्म की गड़बड़ी के कारण होता है। कई महिलाओं का पेट आर्यन कैप्सूल से गड़बड़ हो जाता है तथा कुछ को दस्त भी लग जाते हैं। उन्हें गुड़ फायदा पहुंचा सकता है। 

गुनगुने पानी में गुड़ को घोलकर खाली पेट देने से विशेष लाभ होता है। यह दोपहर को भी भोजन के 2 घंटे बाद दिया जा सकता है। दोनों समय भोजन के बाद गुड़ की एक छोटी डली खाना एक सरल तरीका है। 

गुड चिक्की के रूप में भी काफी प्रचलित है। छिलके वाली मूंग की पानी वाली दाल में गुड़ मिलाकर भी खाया जा सकता है। गुड में कैल्शियम होने के कारण बच्चों की हड्डी की कमजोरी एवं दंतक्षय में यह बहुत लाभकारी है। बढ़ते बच्चों के लिए यह  अमृततुल्य है। 

गुड में विटामिन बी भी पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें पैंटोथैनिक एसिड, इनासीटोल सर्वोपरि है जो कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए हितकारी है। आयुर्वेद में तो एक जगह लिखा है कि दही, मट्ठा, मक्खन और गुड़ खाने वाले को बुढ़ापा कभी नहीं सताता है। पोटेशियम हृदय रोगों में लाभकारी है जो गुड़ में मौजूद होता है। यह पोटेशियम केले और आलू में भी पाया जाता है। चीनी नुकसानदायक है इसलिए प्राकृतिक शक्कर में गुड, पिंड खजूर, किशमिश फायदेमंद है। 

logoblog

Thanks for reading चीनी की जगह गुड़ क्यों खाना चाहिए : राजीव दीक्षित

Previous
« Prev Post

No comments:

Post a Comment

Thank you for visiting our website.